यजुर्वेद पाठ के लाभ

 यजुर्वेद पाठ के लाभ निम्नलिखित हैं: 1. *आध्यात्मिक विकास*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से आध्यात्मिक विकास होता है, और व्यक्ति के जीवन में आत्म-ज्ञान और आत्म-साक्षात्कार की प्राप्ति होती है। 2. *शांति और समृद्धि*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। 3. *नकारात्मक ऊर्जा का नाश*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 4. *स्वास्थ्य लाभ*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ होता है, और व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। 5. *धन और समृद्धि*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। 6. *संतान सुख*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से संतान सुख की प्राप्ति होती है। 7. *वैवाहिक जीवन में सुख*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। 8. *व्यवसाय में सफलता*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से व्यवसाय में सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है। 9. *बाधाओं का नाश*: यजुर्वेद पाठ के माध्यम से बाधाओं का नाश होता है, और व्यक्ति के जीवन में सफलता और समृद्धि...

*पति-पत्नी दोनों मिल खूब कमाते हैं* *तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते हैं

 *पति-पत्नी दोनों मिल खूब कमाते हैं*

 *तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते हैं*


*सुबह आठ बजे नौकरियों* 

 *पर जाते हैं*

 *रात ग्यारह तक ही वापिस आते हैं*


*अपने परिवारिक रिश्तों से कतराते हैं*

 *अकेले रह कर वह कैरियर बनाते हैं*


*कोई कुछ मांग न ले वो मुंह छुपाते हैं*

 *भीड़ में रहकर भी अकेले रह जाते हैं*


*मोटे वेतन की नौकरी छोड़ नहीं पाते हैं*

 *अपने नन्हे मुन्ने को पाल नहीं पाते हैं*


*फुल टाइम की मेड ऐजेंसी से लाते हैं*

 *उसी के जिम्मे वो बच्चा छोड़ जाते हैं*


*परिवार को उनका बच्चा नहीं जानता है*

 *केवल आया'आंटी' को ही पहचानता है*


*दादा-दादी, नाना-नानी कौन होते है ?*

*अनजान है सबसे किसी को न मानता है*


*आया ही नहलाती है आया ही खिलाती है*

 *टिफिन भी रोज़ रोज़ आया ही बनाती है*


*यूनिफार्म पहना के स्कूल कैब में बिठाती है*

 *छुट्टी के बाद कैब से आया ही घर लाती है*


*नींद जब आती है तो आया ही सुलाती है*

 *जैसी भी उसको आती है लोरी सुनाती है*


*उसे सुलाने में अक्सर वो भी सो जाती है*

 *कभी जब मचलता है तो टीवी दिखाती है*


*जो टीचर मैम बताती है वही वो मानता है*

 *देसी खाना छोड कर पीजा बर्गर खाता है*


*वीक एन्ड पर मॉल में पिकनिक मनाता है*

 *संडे की छुट्टी मौम-डैड के संग बिताता है*


*वक्त नहीं रुकता है तेजी से गुजर जाता है*

 *वह स्कूल से निकल के कालेज में आता है*


*कान्वेन्ट में पढ़ने पर इंडिया कहाँ भाता है*

 *आगे पढाई करने वह विदेश चला जाता है*


*वहाँ नये दोस्त बनते हैं उनमें रम जाता है*

 *मां-बाप के पैसों से ही खर्चा चलाता है*


*धीरे-धीरे वहीं की संस्कृति में रंग जाता है*

 *मौम डैड से रिश्ता पैसों का रह जाता है*


*कुछ दिन में उसे काम वहीं मिल जाता है*

 *जीवन साथी शीघ्र ढूंढ वहीं बस जाता है*


*माँ बाप ने जो देखा ख्वाब वो टूट जाता है*

 *बेटे के दिमाग में भी कैरियर रह जाता है*


*बुढ़ापे में माँ-बाप अब अकेले रह जाते हैं*

 *जिनकी अनदेखी की उनसे आँखें चुराते हैं*


*क्यों इतना कमाया ये सोच के पछताते हैं*

 *घुट घुट कर जीते हैं खुद से भी शरमाते हैं*


*हाथ पैर ढीले हो जाते, चलने में दुख पाते हैं*

 *दाढ़-दाँत गिर जाते, मोटे चश्मे लग जाते हैं*


*कमर भी झुक जाती, कान नहीं सुन पाते हैं*

 *वृद्धाश्रम में दाखिल हो, जिंदा ही मर जाते हैं :*


*सोचना की बच्चे अपने लिए पैदा कर रहे हो या विदेश की सेवा के लिए।*


*बेटा एडिलेड में, बेटी है न्यूयार्क।*

 *ब्राईट बच्चों के लिए, हुआ बुढ़ापा डार्क।*


*बेटा डालर में बंधा, सात समन्दर पार।*

 *चिता जलाने बाप की, गए पड़ोसी चार।*


*ऑन लाईन पर हो गए, सारे लाड़ दुलार।*

 *दुनियां छोटी हो गई, रिश्ते हैं बीमार।*


*बूढ़ा-बूढ़ी आँख में, भरते खारा नीर।*

 *हरिद्वार के घाट की, सिडनी में तकदीर।*


*तेरे डालर से भला, मेरा इक कलदार।*

 *रूखी-सूखी में सुखी,* 

*अपना घर संसार*


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